Thursday, 25 November, 2010

सबका धन्यवाद (Thanksgiving Day :25th November )

 इस देह को जन्म देने वाले अब मेरे संग नहीं हैं सर्वप्रथम उनका धन्यवाद !शब्दों से क्या उनका धन्यवाद दिया जा सकता है ? पर भीगा मन कहता है सर्वप्रथम उन्हें धन्यवाद दूँ.
जीवन-यात्रा के मध्य इसे बहुतों  ने सजाया- संवारा. उन सबका धन्यवाद.
जो अपने नहीं थे उन्होंने भी अपनत्व से जीवन के बहुत दिनों को सुखमय बनाया. कुछ वर्षों से साथ हैं, कुछ ,कुछ पल साथ रहे. कुछ अधिक समय साथ रहे और अब न जाने कहाँ कैसी स्थिति में हैं. उन सबका धन्यवाद !
कुछ  स्वार्थवश संग रहे और स्वार्थ पूरे कर चले गए. उनका भी धन्यवाद. उनसे भी बहुत कुछ सीखने को मिला. 
कुछ अपनों का मुखौटा ओढ़कर संग रहे और छल करके चले गए. उनका भी धन्यवाद. 
कुछ अब भी मुखौटा ओढ़े संग  हैं . उनका भी धन्यवाद !

Saturday, 13 November, 2010

13 नवम्बर

कटते-कटते कट गए  देखो कितने साल ,
2010  तक भी वही है देखो  अपना हाल!
--अशोक लव 

Sunday, 7 November, 2010

यादों का सिलसिला

वक्त अपनों को बहाकर कहाँ-कहाँ ले गया l
हाथों में सिर्फ यादों का सिलसिला  दे गया ll
*अशोक  लव 

Wednesday, 3 November, 2010

' वुमेन ऑन टॉप ' पत्रिका के नवम्बर अंक में कविता 'आओ आगे बढें '

' वुमेन ऑन टॉप ' पत्रिका के नवम्बर अंक में कविता 'आओ आगे बढें '

Tuesday, 2 November, 2010

9 फरवरी 1990 उपराष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा द्वारा ' हिन्दी के प्रतिनिधि साहित्यकारों से साक्षात्कार ' का लोकार्पण

9 फरवरी 1990 उपराष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा द्वारा अशोक  लव की पुस्तक  ' हिन्दी के प्रतिनिधि साहित्यकारों से साक्षात्कार ' का लोकार्पण हुआ