Saturday 28 March, 2009

जागरण :अशोक लव के काव्य संग्रह 'लड़कियां छूना चाहती हैं आसमान ' पर चर्चा

Feb 22

फरीदाबाद, जागरण संवाद केïद्र : संस्था 'सार्थक प्रयास' के तत्वावधान में रविवार को दशहरा मैदान स्थित मालवीय वाटिका में अशोक लव के काव्य संग्रह 'लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान ' पर चर्चा की गई। समारोह में संस्था के अध्यक्ष बोधराज कपूर, मुकेश गंभीर, रोशन लाल गेरा तथा एनएल गुसांई ने पुस्तक पर अपने विचार रखे।

बोधराज ने कहा कि पुस्तक की अधिकांश रचनाएं नारी के इर्द-गिर्द घूमती है.।

गुसांई ने कहा कि नारी-विमर्श पर सुंदर रचनाएं समाज को जगाती हैं । संग्रह में बंटवारे की त्रासदी पर आधारित कविताएं भी प्रभावित करती हैं. प्रेम व प्रकृति सौïदर्य पर लिखी रचनाएं संग्रह के आकर्षण को बढ़ाती हैं।

पुस्तक चर्चा के बाद आयोजित काव्य-गोष्ठी मेï ओम प्रकाश सागर ने कहा, 'तनहाइयोï मेï दर्द पिरोता हूं देर तक, तेरा ख्याल आए तो रोता हूं देर तक, हमदर्दियोï के साये सिमट जाएं जिस घड़ी, मैï अपने पास ऐसे मेï होता हूं देर तक

गीतकार सतीश अग्रवाल ने गीत प्रस्तुत किया-कितनी मैली हवा हो गई, बेअसर हर दवा हो गई।

बदरपुर से आए कवि वीरेïद्र कमर ने भी गहरी छाप छोड़ी। उन्होïने सुनाया, 'वो मिरे शेर सुनकर बोलता है, कहां इनमेï सुखनवर बोलता है, वो मुझसे बात तो करता है अक्सर, मगर लहजा बदलकर बोलता है'

सुरेïद्र सिंघल ने कहा, 'मैï उनके साथ रहा दर्द बांटने के लिए, वे मेरे साथ रहे वक्त काटने के लिए।'

इनके अलावा पारसनाथ बुलचंदानी, अजय अक्स, अब्दुल रहमान, अशोक वर्मा, एचके सिंघल, विजय शर्मा आसिफ जमाल, प्रकाश लखानी, इंदु गुप्ता, आरडी तिवारी, रश्मि सानन ने भी कविता प्रस्तुत की। कार्यक्रम मेï मोहयाल सभा तथा फरीदाबाद धार्मिक एवं सामाजिक संगठन की विशेष भूमिका रही। धार्मिक एवं सामाजिक संगठन की चेयरपर्सन डा.राधा नरुला, समाजसेवी बसंत गुलाटी, विजय शर्मा, पूर्व पार्षद एसी सेठी, मोहयाल सभा के अध्यक्ष रमेश दत्ता, सचिव बलराम दत्त भी मौजूद रहे।

Friday 13 March, 2009

स्त्रियों में चेतना जगाने में सक्षम अशोक लव का कविता - संग्रह :रवि बक्षी

आदरणीय अशोक लव जी
नमस्कार !
दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित द्वारा आपकी पुस्तक का लोकार्पण , आपके प्रति सम्मान दर्शाता है।
'
मोहयाल आश्रम वृन्दावन ' के ' भूमि - पूजन और शिलान्यास समरोह' में आपने पुस्तक की प्रति दी थी ' लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान ' की कविताएँ प्रेरणास्पद हैं समाज में स्त्रियों में चेतना और आगे बढ़ने की लगन जगाने में सक्षम यह कविता - संग्रह आपकी काव्य- क्षमता दर्शाता है। प्रत्येक कविता ने मुझे बेहद प्रभावित किया है। ' सदाबहार बेटियाँ ' तथा 'माँ और कविता ' पढ़कर मन की बगिया महक उठती है। ' बालिकाएँ जन्म लेती रहेंगीं ' कविता भ्रूण - हत्या रोकने में प्रेरक सिद्ध होकर इस घृणित मनोवृत्ति को रोक सके तो आपका श्रम सार्थक हो जाएगा।
'लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान ' आपकी काव्य - यात्रा का मील का पत्थर है।
--रवि बक्शी , संपादक - ' राष्ट्र का मोह ' ,पटेल नगर , सहारनपुर

Wednesday 11 March, 2009

चर्चा -गोष्ठी :अशोक लव की नारी संबन्धी क्रांतिकारी कविताएँ / सुमन दत्ता


ब्लू बर्ड एजूकेशन सोसाइटी के निर्देशक और सुप्रसिद्ध समाज-सेवी श्री रमेश दत्ता श्री अशोक लव को सम्मान-पत्र और स्मृति-चिह्न भेंट कर ' सूर्यकांत त्रिपाठी निराला सम्मान ' से अलंकृत करते हुए ।
अशोक लव को संस्थाओं द्वारा "सूर्यकांत त्रिपाठी निराला " सम्मान से अलंकृत किया। ब्लू बर्ड एजूकेशन सोसाइटी के निर्देशक और सुप्रसिद्ध समाज-सेवी श्री रमेश दत्ता ने उन्हें सम्मान-पत्र प्रदान किया श्री एन एल गोसाईं ने सम्मा-पत्र पढ़ा।
सार्थक प्रयास के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और साहित्यकार एन एल गोसाईं पुस्तक पर समीक्षात्मक विचार प्रकट करते हुए कहा कि इस संह्रह की नारी संबन्धी कविताएँ तो हृदय को छूती ही हैं , देश के विभाजन पर लिखी कविताएँ विभाजन की पीड़ा ताज़ा कर देती हैं ।अशोक लव ने नए उपमानों और विशेषणों के प्रयोग करके सिद्ध कर दिया है कि वे प्रयोगधर्मी कवि हैं
वरिष्ठ कथाकार-कवि हरेराम समीप ने श्री अशोक लव की साहित्यिक-यात्रा के संस्मरण और उनकी रचनाधर्मिता पर अपने विचार प्रकट करते हुए कि सन् १९८७ में उनके द्वारा कथा साहित्य पर आयोजित सम्मलेन श्री कमलेश्वर की अध्यक्षता में हुआ था सारिका के संपादक श्री अवधनारायण मुदगल ,श्रीमती चित्र मुदगल आदि साहित्यकारों के मध्य श्री अशोक लव ने लघुकथा पर महत्वपूर्ण आलेख - पाठ किया था। जिसे बाद में श्री देश निर्मोही ने ' पल-प्रतिपल ' पत्रिका में प्रकाशित था। कहानी , कविता साक्षात्कार और उपन्यास जैसी विधाओं में सक्रिय लेखन करते हुए इनकी लघुकथा में विशेष पहचान रही है।
वरिष्ठ ग़ज़लकार अशोक वर्मा पुस्तक ने आलेख-पाठ किया। उन्होंने अशोक लव के संग की साहित्यिक - यात्रा के २५ वर्षों के अनेक संस्मरण भी सुनाये लघुकथा पर एकसाथ गोष्ठियां करना, कवि-सम्मेलनों में साथ - साथ जाना - अशोक लव में एक जुनून था जिसके हम गवाह हैं आज भी वे उतने ही सक्रिय हैं उनकी कविताएँ उनकी पहचान हैं। वे सरल, सीधे दिल से जुड़ने वाले कवि हैं

प्रिंसिपल श्रीमती सुमन लता ने "लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान" की कविताओं को नारी मन की भावनाओं को पुरुष कवि द्वारा प्रकट करने वाली क्रांतिकारी कविताओं की संज्ञा दी।
(बाएँ से ) - आरिफ जमाल, अशोक वर्मा, अशोक लव, बी आर कपूर
प्रिंसिपल एवं चर्चित कवयित्री इंदु गुप्ता ने आलेख-पाठ करते हुए कहा-"सामूहिक संवेदन को एक व्यक्तिगत दिशा में मोड़ने का सुंदर सुदृढ़ एवं क्रांतिकारी प्रयास है - लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान "
न्यू ऑब्ज़र्वर पोस्ट के संपादक आरिफ जमाल ने आलेख-पाठ करते हुए कहा कि इस संग्रह की कवितओं में सोच को बदलने की क्षमता है। इन कविताओं का अन्य भाषाओं में अनुवाद होना चाहिए ताकि यह अधिक से अधिक पाठकों तक पहुँच सकें।


वरिष्ठ साहित्यकार प्रकाश लखानी ने पुस्तक पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि श्री अशोक लव के इस संग्रह की एक-एक कविता परिपक्वता लिए है।
साहित्यकार मुकेश गंभीर ने अध्यक्ष के रूप में पुस्तक पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि अशोक लव समाज से जुड़े कवि हैं इस संग्रह की एक-एक कविता इसकी साक्षी है।

( दायें से ) सर्वश्री हरेराम समीप, परस नाथ बुलचंदानी, अशोक वर्मा, अशोक लव, इंदु गुप्ता, नरेश बाला, सुमन दत्ता
श्री मुकेश गंभीर को स्मृति-चिह्न भेंट करते हुए श्री रमेश दत्ता और रायजादा के एस बाली
सार्थक प्रयास के अध्यक्ष बी आर कपूर श्री राणा का स्वागत करते हुए
श्रीमती इंदु गुप्ता श्रीमती नरेश बाला लव का स्वागत करते हुए साथ में श्रीमती सुमन दत्ता
श्रीमती सुमन दत्ता का स्वागत करते हुए श्रीमती इंदु गुप्ता
' फ़रीदाबाद धार्मिक और सामाजिक संगठन ' की ओर से श्री अशोक लव को स्मृति- चिह्न भेंट करते हुए संस्था के अध्यक्ष श्री गेरा
' फ़रीदाबाद धार्मिक और सामाजिक संगठन ' की ओर से श्री अशोक वर्मा को स्मृति- चिह्न भेंट करते हुए संस्था के अध्यक्ष श्री गेरा

श्री अशोक लव का स्वागत करते हुए 'सार्थक प्रयास ' के अध्यक्ष श्री बी आर कपूर
श्री आरिफ जमाल का स्वागत

श्री अशोक वर्मा का स्वागत करते हुए 'सार्थक प्रयास ' के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री एन एल गोसाईं .
श्री अशोक लव माँ सरस्वती को माल्यार्पण करते हुए



'सार्थक प्रयास ' और ' ब्लू-बर्ड एजूकेशन सोसाइटी ' द्वारा अशोक लव के काव्य-संग्रह 'लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान ' पर ' फरीदाबाद धार्मिक और सामाजिक संगठन ' सभागार में २२ फरवरी २००९ को चर्चा- गोष्ठी का आयोजन किया गया ।इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार श्री मुकेश घम्बीर ने की इस अवसर पर अशोक वर्मा, एस के सिंघल, पारसनाथ बुलचंदानी ,सतीश अग्रवाल , अजय अक्स, अब्दुल रहमान, वसंत भाटिया ,आर तिवारी, प्रकाश सागर , आसिफ कमाल, प्रदीप गर्ग पराग आदि कवियों ने कविता-पाठ किया।

प्रस्तुति - सर्वेश तिवारी