चिरैया
'''''''''''''''''अशोक लव
नन्हीं चिरैया
चोंच में तिनका दबाए
डोलती है इधर से उधर
उधर से इधर
वृक्ष की फुनगियों पर .
एक ही दिन में नहीं सीख लिया था
चिरैया ने गाना-झूमना
उसने सीखा था पहले
उड़ना
अपने
पंखों से उड़ना .
वह नहीं चढ़ी फुनगियों पर
सीढ़ियों के सहारे
इसीलिए मस्त गाती है
मस्त झूलती है
मस्त झूमती है.
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@अशोक लव ,पुस्तक-अनुभूतियों की आहटें