व्यक्ति के जीवन में नारी की विभिन्न रूपों में अहम भूमिका होती है. इनमें सर्वाधिक महत्त्व माँ का होता है. आज अंतर्राष्ट्रीय महिला-दिवस के अवसर पर माँ की स्मृतियों में डूबना स्वाभाविक था. सहसा अनेक चित्र सामने उभरते रहे.
जब माँ नहीं रहती तब माँ की अनुपस्थिति का अहसास होता है.
बहन-पुत्री-पत्नी के रूप में जीवन में नारी की उपस्थिति इस यात्रा को सुखद बनाती है.
जब माँ नहीं रहती तब माँ की अनुपस्थिति का अहसास होता है.
बहन-पुत्री-पत्नी के रूप में जीवन में नारी की उपस्थिति इस यात्रा को सुखद बनाती है.
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