Kavi Kulwant:
बाकी सब क्या कहें
कविता लिखना अलग बात है
ज़िंदगी जीना अलग बात है। "
,।,.bahut khoob॥ lazwab..
(ऑरकुट)
शेफाली पाण्डे:
बहुत सुन्दर ...
(ऑरकुट)
shyamal:
रचना के भाव ने प्रभावित किया अशोक भाई।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot .com
अशोक जी,
प्रणाम! आपकी ये कविता ''जी भाई साहब'' बिल्कुल अलग अंदाज़ में है, लेकिन इसमें भी समाज के सच का हीं एक रूप है, हमेशा की तरह कुशल लेखन|
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