Thursday 10 March, 2011

गर्म मोम / अशोक लव

ठंडी जमी मोम सब सह जाती है
छोटी सी
पतली-सी सुई
उतर जाती है आर-पार
बिंध जाती है मोम

तपती है जब मोम
आग बन जाती है
चिपककर झुलसा देती है

समयानुसार
जीवन को मोम बनना पड़ता है.

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