Wednesday, 20 January 2010

माँ सरस्वती वंदन :वसंत पंचमी

। । वंदना । ।
या कुंदेंदु तुषार हार धवला या शुभ्र वस्त्र आवृता
या वीणा वर दंड मंडित करा या श्वेत पद्मासना । ।
या ब्रह्मा अच्युत शंकर प्रभृति भिर्देविः सदावंदिता
सा
मां पातु सरस्वती भगवती निःशेष जाड्यापहा । ।
। । वंदना । ।
शुक्लां ब्रह्म विचार-सार-परम आमाद्यं जगत व्यापिनीं
वीणा पुस्तक धारिनीम भयदां जाड्या अन्धकार अपहां । ।
हस्ते स्फटिक मालिकां विदधतीं पद्म आसने संस्थितां
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धि प्रदां शारदां । ।
सरस्वती
महाभागे विद्ये कमल लोचने
विद्या रूपे विशाल अक्षे विद्यां देहि नमो: स्तुते । ।

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