Wednesday 28 January, 2009

एक दुनिया थी ओबामा की
फूस की झोंपड़ी
कच्ची दीवारें
कच्चे रास्ते

दीवारें कच्ची थीं
पाँव के नीचे की ज़मीन कच्ची थी
पर सपने सच्चे थे
इच्छाशक्ति दृढ़ थी
आकाश को छूने के इरादे सच्चे थे

पाँव के नीचे गया
दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण
व्हाइट हाउस !
और देख रहे हैं हम सब
इस आदमी को
उसके इरादों को
हमारी शुभकामनाएं !!

-अशोक लव
- ashok lav

No comments: