Friday, 14 August 2009
' वुमेन ऑन टॉप ' हिन्दी पत्रिका में अशोक लव
अशोक लव के कविता संग्रह " लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान " की कविताओं से प्रभावित होकर ' वुमेन ऑन टॉप ' पत्रिका में इसी नाम से स्थायी स्तम्भ जून अंक से आरंभ किया गया है। इसमें " लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान " कविता प्रकाशित की गई है ।* पुस्तक की भूमिका की पंक्तियों के साथ टिप्पणी प्रकाशित की गई है - "आज लड़कियाँ पढ़ -लिखकर उन सब क्षेत्रों में कार्य करने लगी हैं जो कल तक पुरुषों के लिए ही सीमित थे। व्यावसायिक क्षेत्रों में वे जहाँ-जहाँ कार्य कर रही हैं , पुरुषों से अधिक सफलता प्राप्त कर रही हैं। नारी के प्रति पुरुषों के द्वारा निर्धारित मापदंड झूठे सिद्ध हो रहे हैं । स्कूलों में पढ़ रही लड़कियों के परीक्षा परिणाम लड़कों से अधिक श्रेष्ठ आ रहे हैं । "
इन्हीं लड़कियों को और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हम एक नया कॉलम शुरू कर रहे हैं --लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान। इस कॉलम में प्रस्तुत कविता प्रसिद्ध साहित्यकार श्री अशोक लव जी की है और यह केवल एक कविता ही नहीं है वरन यह एक शंखनाद है , उस पुरूष समाज को जो लड़कियों के प्रति अपनी संकीर्ण सोच रखता है। यह कविता डंके की चोट पर कह रही है , पुरूष समाज को की वह अपनी मानसिकता को बदले और लड़कियों को जहाँ तक हो प्रोत्साहित करे।
जून अंक में रश्मि प्रभा द्वारा इस पुस्तक की समीक्षा भी प्रकाशित की गई है। इसी अंक से पत्रिका के तीन पृष्ठों का स्तंभ शुरू कर दिया गया है।
जुलाई अंक में इसी पुस्तक से " सदाबहार बेटियाँ " कविता और अगस्त अंक में " उत्तरों को तलाशती लड़की " कविता प्रकाशित हुई है।
डॉ (श्रीमती ) कमल अग्रवाल द्वारा संपादित यह बहुरंगी आर्ट पेपर पर छपने वाली पत्रिका हर परिवार के लिए अनिवार्य लगती है। सामाजिक सोच को अभिव्यक्त करने वाली ऐसी साफ़-सुथरी व्यावसायिक पत्रिकाएँ कम हैं। पता है -
ऐ - ९६, सेक्टर-६५, नॉएडा-२०१३०१,फ़ोन-०१२०-४२७९५०१-०३
* लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान कविता इसी ब्लॉग में है।
-- सर्वेश तिवारी
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