अशोक लव
Wednesday, 26 August 2009
दिया जल रहा है मद्धम - मद्धम/ अशोक लव
वह
जो
दिया
जल
रहा
है
मद्धम
-
मद्धम
,
यूं
ही
नहीं
था
जलता
वह
हरदम
,
कर
दिया
सब
अर्पित
राह
दिखाने
के
लिए
,
लोग
पूछते
हैं
क्यूँ
जलता
है
मद्धम
-
मद्धम
?
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