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लड़कियां छूना चाहती है आसमान..(श्री अशोक लव जी)
लड़कियां छूना चाहती है आसमान..मित्रो "लड़कियां छूना चाहती है आसमान" श्री अशोक लव जी की लिखी हुई पुस्तक का नाम है. जिसमें ४ खंडो मैं ५३ कवितायेँ लिखी गयी है. मैं कुछ और कहने से पहले श्री अशोक लव जी का एक संक्षिप्त परिचय आप लोगों को देना चाहूँगा.
श्री अशोक लव जी बहुयामी व्यक्तित्व के धनी साहित्यकारों मैं से एक है . वे कवि, कथाकार, शिक्षाविद, पत्रकार, और समाज सेवी के रूप मैं एक उत्कृष्ट पहचान रखते है उनकी अनेक साहित्यिक और शैक्षिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है उनके उपन्यास "शिखरों से आगे " पर शोधकार्य हुए है.उनकी चर्चित कृतियाँ है सलाम दिल्ली( लघुकथा संग्रह),पत्थरों से बढ़ें पंख( कहानी संग्रह),अनुभूतियों की आहटें (कविता संग्रह),उनकी पुस्तक "हिंदी के प्रतिनिधि साहित्यकारों से साक्षात्कार" का विमोचन भूतपूर्व राष्ट्रपति श्री शंकर दयाल शर्मा जी के कर कमलो से संपादित हुआ.उनकी अन्य कृतियों मैं टूटते चक्रव्यूह (सं. कविता संकलन ), बंद दरवाजों पर दस्तकें(सं.लघुकथा संकलन),चाणक्य निति (सं),प्रेमचंद्र की लोकप्रिय कहानिया, प्रेमचंद्र की सर्वोत्तम कहानिया,युग प्रवर्तक महापुरुष, युग नायक महापुरुष, मधु पराग, संक्षिप्त वाल्मीकि रामायण (सं),संक्षिप्त महाभारत(सं), बुद्धचरित (सं),कदम-कदम, महक (बालगीत)फुलवारी(बालगीत).श्री अशोक लव जी को साहित्य मैं उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए विद्यावाचस्पति,विद्यासागर, साहित्य मनीषी,साहित्यालंकार, अदि कई सम्मानों और उपाधियों से अलंकृत किया गया है.
श्री अशोक लव जी ने आभा जी के विशेष अनुरोध पर अपनी पुस्तक " लड़कियां छूना चाहती है आसमान".को सृजन पर प्रकाशित करने की अनुमति प्रदान की है जिसके लिए हम उनके आभारी है.
सामाजिक सरोकार से जुडी श्री अशोक लव जी की कविताओं का सृजन पर प्रकाशन हमारे लिए गौरव की बात है आशा ही नहीं अपितु हमारा पूर्ण विश्वास है की उनकी रचनाये सभी साहित्य प्रेमी पाठकों को प्रेरणा प्रदान करेंगी.
पुस्तक का प्रारंभ है "कविता लड़कियां छूना चाहती है आसमान। से " जो की शीर्षक कविता है॥ प्रथम खंड "नारी" की परन्तु मैं इस कड़ी की शुरुआत अपनी पसंदीदा कविता "माँ और कविता" (इसी खंड) से कर रहा हूँ.
ऑरकुट के "सृजन का सहयोग "--से
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